भाई यह कुर्सी बड़ी बवाल है
किसी की नहीं होती यह कुर्सी
वक्त बेवक्त हिलने लगती है कुर्सी
अक्सर जमीन में धंसने लगती है कुर्सी
कई बार तो पीठ टिकने का
मौका भी नहीं देती कुर्सी
कभी गिरा भी देती है कुर्सी
पेट और पीठ का दर्द भी देती है कुर्सी
कई बार तो जानलेवा तक
साबित हो जाती कुर्सी
जाने क्यों इस सब के बावजूद
लोग नहीं त्यागना चाहते कुर्सी
मोदी, भाजपा व संघ को भारत से इतनी दुश्मनी क्यों?
2 years ago
3 comments:
nice
गर त्याग दी कुर्सी तो हो जायेगी मातमपुर्सी
बहुत खूब लिखा है..
सारी जूतमपैजार कुर्सी की खातिर ही तो मची रहती है। सचमुच जानलेवा होती है कुर्सी
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