Friday, February 27, 2015

मीडिया को क्या हो गया है

बीते बुधवार को खुद को लगातार नंवर वन बताने न थकने वाले एक हिंदी समाचार चैनल पर प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे के साथ एक ऐंकर की बातचीत देख-सुन रहा था। दर्शकों में मेरे एक मित्र भी थे। बातचीत के दौरान ही अचानक ऐंकर ने राहुल गांधी के बारे में सवाल करना शुरू किया। लगता नहीं कि यहां यह बताने की जरूरत है कि राहुल गांधी कौन हैं। वह इस देश की दो बड़ी पार्टियों में से एक और स्वतंत्रता आंदोलन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस के उपाध्यक्ष और सांसद हैं। लेकिन यह क्या सवाल पीछे छूट गया और हमारे मित्र ने अचानक जोर से कहा अरे देखिए इन ऐंकर महोदय को क्या हो गया है। दरअसल, ऐंकर महोदय कुछ इस तरह पूछ रहे थे कि राहुल गांधी कहीं चला गया है, इस बारे में आप का क्या कहना है। ऐसा एक सवाल नहीं बाद को दो-तीन अन्य सवालों में भी राहुल गांधी के बारे में जब ऐसा ही कहा गया तो मित्र ने कहा कि अब बंद करिए चैनल को। मैं और मेरे मित्र दोनों ही अलग-अलग विचारधारा वाले व्यक्ति हैं कोई कांग्रेसी नहीं। लेकिन हम दोनों को यह न केवल बहुत बुरा लगा बल्कि यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि हमारी मीडिया को क्या हो गया है।   

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